Ansh Pandit Shayari 2022 | Ansh Pandit Shayari in Hindi
Ansh Pandit Shayari in Hindi Love
हेल्लो दोस्तो कैसे हो आप सभी लोग उम्मीद करता हूं आप सभी लोग अच्छे से होंगे आज के इस आर्टिकल में हम आपके लिए लेकर आए है । Ansh Pandit Shayari 2022 अगर आपने भी अंश पंडित की लव्ह शायरी tiktok या इंस्टा रील पे शायरी देखी है । तो आप जानते ही होगे कि उनकी शायरी कितनी पॉपुलर होगी । (AnshPandit.Com Shayari) आप इस आर्टिकल को लास्ट तक पड़े । और इंजॉय करे । इ. आप Ansh Pandit Shayari इस लेख को अपने दोस्तो के साथ जरूर शेयर करदे । और अगर आप इसी तरीके के डेली लेख पड़ना चाहते है तो आप हमारी वेबसाइट को फॉलो कर सकते हैं ।
Bewafa Shayri Ansh Pandit | Love Shayari Ansh Pandit
तारीफ़ कर देता हूं मैं बेईमानों के ईमान की🙏
कुछ यही खूबी है मेरे जिंदगी के किरदार की
हम मिडल क्लास फॅमिली वाले है
हमारी ख्वाहिशों से ज्यादा.. समझौते होते है
वही करो जो आपको
अच्छा लगे, जिंदगी आपकी है
किसी के बाप की नहीं
मुझे मशहूरी का शौक नहीं ..
बस कुछ लोगों का गुरूर तोड़ना है
अंश पंडित की लिखी हुई शायरी(अंश पंडित शायरी)
ज़माने में आए हो तो जीने का हुनर भी रखना,
दुश्मनों से खतरा नहीं बस अपनो पे नजर रखना!
दोस्ती” को जोड़ने के लियें
ज़रूरत नहीं #धन दौलत की..
ये तो बस “निखर” जाती हैं
सिर्फ़ #वफ़ाओ की दौलत से..
साँसों की “महक” हो या
चेहरे का नूर
#चाहत है तुमसे
इसमें मेरा_क्या कसूर
की तुमहम और तुम मेरे_साथ हो गए
चलो आज
फिर से तू झूता “वादा” करते गये
अंश पंडित दोस्ती शायरी | अंश पंडित की शायरी 2022
चहरे पर “मोहब्बत” और,
दिल में #नफरत लिए बैठे है,
जो दोस्त बता रहे है “खुद” को मरे,
वही #आस्तीन में खंजर लिए बैठे है।
मत पूछना कहानी भुला दूंगा मै,
मत पूछना कहानी भुला दूंगा मै…
कितना हॅसता खेलता चेहरा है आपका
ख़ामख़ा रुला दूंगा मै।
नफरतों की दीवार ऊंची कर लो
मेरे चाहने वालो की कतार लंबी हैं !!
देर से सही मगर ये लोग बदलते जरूर है हम सही हो या गलत ये लोग परखते जरूर है !!
Aaj Pandit Shayari | Love Shayari, Ansh Pandit
परख ना सकोगे ऐसी शख्सियत है मेरी
मैं उन्हीं के लिए हूं जो जाने कदर मेरी !!
छोटा सा नाम है पर मायने बहुत है
मासूम सा चेहरा लेकिन
चाहने वाले बहुत है !!
मेरे साथ जब मैं खुद खड़ा होता हूँ
तब मैं क़यामत के हर तूफ़ान से
बड़ा होता हूँ !!
Ansh Pandit Dialogue and Pandit Shayari
वो वक़्त खेल का था जो बीत गया
अब हम खेलेंगे और वक़्त देखेगा !!
तबाहियो का दौर है साहब
शांति की उम्मीद हमसे ना रखो !!
बेवक़्त बेवजह बेहिसाब मुस्कुरा देता हूं
आधे दुश्मनों को तो यू ही जला देता हूं !शायरी
री ख़ामोशी में भी
हर लफ्ज को पहचानती है
वो माँ ही है जो हर मंदिर में
मेरे सलामती की दुआ मांगती है।
की है एक कर्ज जो सबपर सवार रहता है,
वो माँ का प्यार है जनाब
जो सबपर उधार रहता है।
Ansh Pandit Bewafa Shayari | Ansh Pandit Birthday Shayari
तकलीफ मुझे होती है
और वो पूरी रात नहीं सोती,
कैसे बताऊ उसके बारे में
अरे यार माँ सब्दो में बयां नहीं होती।
मैंने बहुत गोर और काले इंसान को देखा है
बहोत अपने तो कई मेहमान को देखा है,
दौलत होते हुए भी नाकाम
और कमजोर को है,
माँ बाप के रूप में मैंने भगवन को देखा है
की उस पुराने पीपल की
छाव लेने मैं गाव जा रहा हूँ,
जल्दी बहोत है इसलिए नंगे पाँव जा रहा हूँ
और ये मोटर गाड़ी बंगला ये सब तुम रख लो
मैं माँ से मिलाने गाव जा रहा हूँ।
Ansh Pandit Shayari | Ansh Pandit Shayari Status
मोहब्बत शब्द से बस
एक माँ की याद आती है,
हम सिंगल है जनाब
हमें अपनी नींद बड़ी भाती है।
बस ठीक हूँ कह देने से
नही मानती है माँ,
जिगर के टुकड़े है उनके
वो सब जानती है माँ।
हर तकलीफ में,
हर मुश्किल का हल मिल जाता है,
माँ की दुवाओ से सब
तकलीफ हल हो जाता है।
Ansh Pandit Shayari Photo | Ansh Pandit Shayari Image
हर आहट तक को पहचानती है
दिल मे क्या है माँ सब जानती है,
नाराज होती है, फिर प्यार से दुलारती है
खाना खिलाये बिना, किसी की नही मानती है।
Girl Ansh Pandit Shayari
नहीं निभाया जाता तो यूं बदनाम न कर
रिश्ता तेरा मेरा है इसे सरेआम ना कर
तुमने तो वादा किया था सपने मे मिलने का..,
अरे तुमने तो वादा किया था सपने मे मिलने का..,
यह तो हमारी ही बदनसीबी है कि हमे नींद नहीं आती.
दर्द कितना है बता नहीं सकता..,
जख्म कितने है दिखा नहीं सकते..,
कि समझ सको हो तो समझ लो..,
आँसू गिरे है कितने गिना नहीं सकते.
Ansh Pandit Shayari 2022 | Ansh Pandit Shayari Dosti
ना इलाज है इसका न दवाई है..,
ना इलाज है इसका न दवाई है..,
देख इश्क तेरे टक्कर की बीमारी आई है.
सफलता के रास्ते होते नहीं बनाने पड़ते हैं..,
कहने से कुछ नहीं होता..,
कि कहने एक कुछ नहीं होता
अपने रास्ते खुद बनाने पड़ते हैं.
आंसू आ जाते हैं आंखों पर..,
लेकिन चेहरे पर हंसी रखनी पड़ती है..,
यह मोहब्बत भी क्या चीज़ है यारो..,
जिस से करते हैं उसी से छुपानी पड़ती है.
क्या क्या नहीं किया मैंने तेरी एक मुस्कान के लिए..,
कि क्या क्या नहीं मैंने तेरी एक मुस्कान के लिए..,
फिर भी अकेला छोड़ दिया उस अनजान के लिए.